मोहिनी एकादशी 2025: जानें व्रत की तारीख, पूजन विधि और जरूरी सावधानियाँ
Published On : May 5, 2025 | Author : Astrologer Pt Umesh Chandra Pant
Mohini Ekadashi 2025: एकादशी व्रत हिंदू धर्म में अत्यंत पुण्यदायी माने जाते हैं, जो हर महीने दोनों पक्षों—शुक्ल और कृष्ण—की एकादशी तिथि को रखे जाते हैं। पूरे वर्ष में कुल 24 एकादशी व्रत होते हैं, लेकिन इनमें वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी का विशेष महत्व माना गया है, जिसे मोहिनी एकादशी कहा जाता है। यह व्रत भगवान विष्णु के मोहिनी स्वरूप की पूजा के लिए समर्पित होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो भक्त इस दिन श्रद्धा और नियमपूर्वक भगवान विष्णु की आराधना करते हैं, उन्हें न केवल उनकी कृपा प्राप्त होती है, बल्कि माता लक्ष्मी का आशीर्वाद भी मिलता है। इससे जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का संचार होता है।
मोहिनी एकादशी पर अपनाएं तुलसी के ये विशेष उपाय, जीवन में होगा समृद्धि का आगमन
Mohini Ekadashi 2025 – हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व होता है। यह तिथि भगवान विष्णु को समर्पित मानी जाती है। वर्ष भर में आने वाली सभी एकादशियों में मोहिनी एकादशी का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। वर्ष 2025 में मोहिनी एकादशी का व्रत 8 मई 2025 को रखा जाएगा।
इस दिन भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और तुलसी माता की विशेष रूप से पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन श्रद्धा और नियमपूर्वक तुलसी से जुड़े कुछ खास उपाय करने से घर में सुख, सौभाग्य और समृद्धि का आगमन होता है।
मोहिनी एकादशी 2025: तिथि और समय (Mohini Ekadashi 2025 Date and Timings)
एकादशी तिथि प्रारम्भ : 7 मई 2025, सुबह 10:19 बजे
व्रत: 8 मई 2025 (व्रत सदैव उदया तिथि अर्थात सूर्योदय के समय की तिथि के अनुसार रखा जाता है, अतः इस वर्ष मोहिनी एकादशी का व्रत 8 मई 2025, गुरुवार को रखा जाएगा।)
व्रत पारण: 8 मई 2025 (उदया तिथि के अनुसार)
मोहिनी एकादशी (Mohini Ekadashi 2025) पर तुलसी माता के विशेष उपाय
1. प्रातःकाल स्नान और स्वच्छ वस्त्र धारण करें
मोहिनी एकादशी (Mohini Ekadashi, 8 May 2025) के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें। इसके बाद साफ-सुथरे पीले या सफेद वस्त्र धारण करें। यह रंग विष्णु जी और लक्ष्मी माता को प्रिय हैं और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं।
2. भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करें
पूजा स्थल को स्वच्छ करके भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की विधिपूर्वक पूजा करें। उन्हें पीले फूल, पंचामृत, चंदन, धूप-दीप, और नैवेद्य अर्पित करें। विष्णु सहस्त्रनाम या “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें।
3. तुलसी माता के पास दीपक जलाएं
तुलसी माता को लक्ष्मी जी का स्वरूप माना गया है। पूजा के पश्चात तुलसी के पौधे के चारों ओर सफाई करें और वहां एक शुद्ध देसी घी का दीपक जलाएं। यह उपाय घर में सुख-शांति और धन की वृद्धि करता है।
4. तुलसी को अर्पित करें लाल चुनरी
तुलसी माता को लाल चुनरी अर्पण करने से माता लक्ष्मी शीघ्र प्रसन्न होती हैं। इसके साथ-साथ तुलसी के पास मिठाई, फल, और पीले पुष्प चढ़ाएं।
5. तुलसी पर जल अर्पण करें
तांबे के लोटे में शुद्ध जल भरकर उसमें रोली, अक्षत और मिश्री मिलाकर तुलसी माता पर अर्पित करें। यह उपाय दुर्भाग्य को दूर करता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
मोहिनी एकादशी पर तुलसी पूजन से मिलेगा विष्णु-लक्ष्मी का आशीर्वाद और जीवन में आएगी समृद्धि
मोहिनी एकादशी के दिन तुलसी माता की श्रद्धा और विधिपूर्वक पूजा करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। ये उपाय जीवन से दरिद्रता, क्लेश, और दुर्भाग्य को हटाकर सुख-समृद्धि और सौभाग्य का मार्ग प्रशस्त करते हैं। इस दिन किया गया हर शुभ कर्म कई गुना फलदायी होता है।
प्रश्नोत्तर – मोहिनी एकादशी और तुलसी के उपायों से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न: मोहिनी एकादशी कब है 2025 में?
उत्तर: वर्ष 2025 में मोहिनी एकादशी का व्रत 8 मई को रखा जाएगा। एकादशी तिथि का प्रारंभ 7 मई को सुबह 10:19 बजे और समापन 8 मई को दोपहर 12:29 बजे होगा।
प्रश्न:मोहिनी एकादशी पर कौन-कौन से देवी-देवताओं की पूजा की जाती है?
उत्तर: इस दिन मुख्य रूप से भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और तुलसी माता की पूजा की जाती है। तुलसी माता को लक्ष्मी जी का स्वरूप माना जाता है।
प्रश्न: मोहिनी एकादशी पर तुलसी के कौन-कौन से उपाय किए जा सकते हैं?
उत्तर: तुलसी के पास दीपक जलाना, उन्हें लाल चुनरी अर्पित करना, तुलसी पर रोली और अक्षत मिले जल का अर्घ्य देना, और तुलसी मंत्रों का जाप करना प्रमुख उपाय हैं।
प्रश्न: क्या मोहिनी एकादशी का व्रत सभी को रखना चाहिए?
उत्तर: यह व्रत हर आयु वर्ग के व्यक्ति रख सकते हैं। विशेष रूप से वे लोग जो जीवन में सुख-शांति, स्वास्थ्य और आर्थिक उन्नति की इच्छा रखते हैं, उन्हें यह व्रत अवश्य करना चाहिए।
प्रश्न: मोहिनी एकादशी (Mohini Ekadashi 2025) व्रत का पारण कब किया जाता है?
उत्तर: व्रत का पारण अगले दिन यानी 8 मई 2025 को एकादशी तिथि के समापन के बाद, निर्धारित मुहूर्त में किया जाएगा।
प्रश्न: क्या मोहिनी एकादशी पर तुलसी का स्पर्श किया जा सकता है?
उत्तर: हां, मोहिनी एकादशी तुलसी पूजन का विशेष दिन होता है। इस दिन तुलसी माता को स्नान कराकर उनके पास दीप जलाना और पूजा करना अत्यंत पुण्यकारी माना जाता है।
प्रश्न: तुलसी को लाल चुनरी क्यों अर्पित करते हैं इस दिन?
उत्तर: लाल चुनरी माता लक्ष्मी को प्रिय होती है। तुलसी माता को यह अर्पित करने से सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
इसके अलावा कई और एकादशी वर्ष मे आती है जैसे देवोत्थान एकादशी, श्री हरिबोधनी एकादशी, देवशयनी एकादशी, अजा एकादशी व्रत आदि।